Vrat & Tyohar on 03-Nov-2025 (Monday)
Pradosh Trayodashi Vrat (प्रदोष त्रयोदशी व्रत )
Vrat & Tyohar on 03-Nov-2025 (Monday)
|
Pradosh Trayodashi Vrat (प्रदोष त्रयोदशी व्रत )
Trayodashi night (11:48) Som pradosh प्रदोष त्रयोदशी व्रत सोमवार को त्रयोदशी से होने के कारण इसे सोम प्रदोष व्रत भी कहा जाता है त्रयोदशी रात्रि 11:48 तक है प्रदोष व्रत का आध्यात्मिक महत्व है कि यह मानसिक शुद्धि, आध्यात्मिक ज्ञान और भगवान शिव की कृपा दिलाता है। यह व्रत मन को शांति देता है, पापों से मुक्ति दिलाता है और मोक्ष के मार्ग को प्रशस्त करता है। प्रदोष काल में शिव-पार्वती की पूजा करने से भक्त के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में सकारात्मकता आती है। आध्यात्मिक लाभ: मानसिक शुद्धि: यह व्रत शारीरिक और आत्मिक शुद्धि प्रदान करता है, जिससे मन की स्पष्टता और शांति मिलती है। पापों से मुक्ति: मान्यता है कि प्रदोष व्रत रखने से पिछले जन्मों के पापों से मुक्ति मिलती है और आत्मिक शुद्धि होती है। आध्यात्मिक ज्ञान: इस व्रत को करने से भक्तों को आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है और ईश्वर के साथ संबंध मजबूत होता है। भगवान शिव की कृपा: प्रदोष काल में सच्ची श्रद्धा से पूजा करने पर भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग खुलता है।
|